SINGHARE KI BARFI: नवरात्री में घर पर बनाएं स्वाद और सेहत से भरपूर सिंघाड़े की फलाहारी बर्फी, पहले दिन बनाएं 9 दिनों तक खाएं

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SINGHARE KI BARFI: नवरात्री में घर पर बनाएं स्वाद और सेहत से भरपूर सिंघाड़े की फलाहारी बर्फी, पहले दिन बनाएं 9 दिनों तक खाएं
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SINGHARE KI BARFI: नवरात्री में घर पर बनाएं स्वाद और सेहत से भरपूर सिंघाड़े की फलाहारी बर्फी, पहले दिन बनाएं 9 दिनों तक खाएं। आया है नवरात्रि का समय, जब पूरे भारत में धूमधाम से मनाई जाती है यह पावन पर्व। यह नौ दिन की उत्सव भरी महिमा और पवित्रता का पर्व है जिसमें लोग अपने घरों को सजाते हैं, माँ दुर्गा का आगमन करते हैं, और व्रत और पूजा का आयोजन करते हैं। इस पावन अवसर पर, व्रत के दौरान खाने की सूचनाएं अनिवार्य होती हैं, जिसमें सिंघाड़े की खास बर्फी एक बेहद लोकप्रिय और स्वादिष्ट विकल्प है।

नवरात्रि के व्रत का महत्व

नवरात्रि का आयोजन हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है। इस अवसर पर, माँ दुर्गा की नौ अवतारों की पूजा की जाती है, जिसका मतलब है शक्ति और साधना के लिए नौ दिनों तक व्रत रखना। व्रत का महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि इसके दौरान विशेष प्रकार के आहार का सेवन किया जाता है, जिसमें सिंघाड़ा, कटहल, कमल ककड़ी, अररोट, साबूदाना, फल और दूध समेत अनेक सामग्रियां शामिल होती हैं।

व्रत में क्यों बनाए SINGHARE KI BARFI

नवरात्रि के व्रत के दौरान अनेक लोग अनाज का सेवन नहीं करते हैं, इसके लिए सिंघाड़ा (समक चावल) एक प्रमुख आहार होता है। सिंघाड़ा पौष्टिकता से भरपूर होता है और इसका सेवन व्रत के दौरान भोजन में विविधता और स्वाद दोनों लाता है।

SINGHARE KI BARFI: नवरात्री में घर पर बनाएं स्वाद और सेहत से भरपूर सिंघाड़े की फलाहारी बर्फी, पहले दिन बनाएं 9 दिनों तक खाएं

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SINGHARE KI BARFI रेसिपी

जब हम व्रत के दौरान सिंघाड़ा का उपयोग करते हैं, हमें खाने में विविधता की कमी महसूस हो सकती है। इस समस्या को हल करने के लिए, हम आपके लिए लाए हैं “सिंघाड़े की खास बर्फी”। यह एक बहुत ही सरल और स्वादिष्ट रेसिपी है जो व्रत के दौरान आपको खाने का स्वाद प्रदान करती है।

सिंघाड़े की खास बर्फी की सामग्री:

  • सिंघाड़ा आटा – 1 कप
  • शक्कर – 1 कप
  • घी – 1/2 कप
  • दूध – 1/2 कप
  • खोया – 1/2 कप
  • काजू और बादाम – 2 टेबलस्पून (बारीक कटा हुआ)
SINGHARE KI BARFI: नवरात्री में घर पर बनाएं स्वाद और सेहत से भरपूर सिंघाड़े की फलाहारी बर्फी, पहले दिन बनाएं 9 दिनों तक खाएं

SINGHARE KI BARFI बनाने की विधि :

  1. सबसे पहले, एक कढ़ाई में घी गरम करें।
  2. अब उसमें सिंघाड़ा आटा डालें और हल्के गुलाबी होने तक भूनें।
  3. उसके बाद, उसमें दूध और शक्कर मिलाएं और अच्छे से मिला लें।
  4. अब इसमें खोया डालें और मिलाएं।
  5. अब इसे अच्छे से पकाएं और थोड़ी देर बाद उसमें काजू और बादाम डालें।
  6. अब इस मिश्रण को ग्रीस्ड प्लेट में ढाल दें और उसे ठंडा होने दें।
  7. जब बर्फी ठंडी हो जाए, उसे छोटे टुकड़ों में काटें और परोसें।

व्रत में SINGHARE KI BARFI खाने के फायदे

यह सिंघाड़े की बर्फी आपके नवरात्रि के व्रत को और भी स्वादिष्ट बना देगी। इसे आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें और इस पवित्र अवसर का आनंद लें। नवरात्रि के इस पावन अवसर पर, हमें अपने भगवान की पूजा करने के साथ-साथ अपने शरीर का भी ध्यान रखना चाहिए। इस नवरात्रि में सिंघाड़े की खास बर्फी बनाकर, आप अपने व्रत के खाने को और भी रोचक बना सकते हैं।

इसे बनाने में आपको कोई भी परेशानी नहीं होगी और यह खास बर्फी आपके और आपके परिवार के सभी सदस्यों को पसंद आएगी। इस नवरात्रि, स्वादिष्टता के साथ-साथ पौष्टिकता को भी ध्यान में रखते हुए, हम सभी मिलकर नवरात्रि का उत्सव मनाएं और धर्म के साथ-साथ सेहतमंद जीवन का आनंद उठाएं।

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SINGHARE KI BARFI खाने के फायदे

  1. पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत: सिंघाड़ा का सेवन करने से आपको विभिन्न पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत मिलता है। यह एक उत्तम उपाय है जिससे आप विटामिन्स, मिनरल्स और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को अपने शारीर में पहुंचा सकते हैं।
  2. विटामिन C का स्रोत: सिंघाड़ा में विटामिन C की अच्छी मात्रा होती है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह वायरल इंफेक्शन से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है और शारीरिक रोगों से लड़ने में सहायक होता है।
  3. सामग्री के माध्यम से ऊर्जा की पुनर्प्राप्ति: सिंघाड़ा आरामदायक कार्यक्षमता की पुनर्प्राप्ति के लिए एक अच्छा साधन है। यह अधिकतर कार्बोहाइड्रेट्स के स्रोत के रूप में कार्य करता है, जो शारीरिक क्रियाओं को चलाने के लिए आवश्यक होते हैं।
  4. अधिकतम तंतु स्वस्थता: सिंघाड़ा में मौजूद आयरन का स्रोत होता है, जो हेमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करता है। यह खून की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है और तंतु स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है।
  5. आरामदायक पेट के लिए: सिंघाड़ा एक उत्तम विकल्प है जब आपको जी भरकर खाने का मन होता है, लेकिन आप किसी भी ग्लूटेन से बचाना चाहते हैं। इसमें कम फैट और उच्च कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो आपके पेट को संतुष्ट करने में मदद करते हैं।
  6. पाचन के लिए उपयुक्त: सिंघाड़ा में विटामिन B-complex और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो पाचन को सुधारने में मदद कर सकते हैं। इसका सेवन अधिकतर लोगों को पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाता है।
  7. वजन नियंत्रण के लिए उपयुक्त: सिंघाड़ा वजन नियंत्रण के लिए भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह कम फैट और उच्च कार्बोहाइड्रेट होता है, जो वजन प्रबंधन में मदद कर सकता है।

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