PM Vishwakarma Yojana: आपके जीवन को सवार देगी प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना! 18 पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोगों को 3 लाख का लोन और 15 हजार नगद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना के तहत, 18 विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लोगों को लाभ प्रदान किया जाएगा। इसके लिए एक 13 हजार करोड़ रुपये का आउटले बनाया जाएगा। मोदी ने पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े कारीगरों के साथ मिलकर योजना की शुरुआत की है।
उन्होंने कहा, “हमारी जिंदगी में लोहार, दर्जी, जूते वालों की अहमियत कभी खत्म नहीं हो सकती है। टेक्नोलॉजी कहीं भी पहुंच जाए, इनकी अहमियत हमेशा रहेगी।” सरकार इस योजना के माध्यम से विश्वकर्मा समुदाय के सम्मान और सामर्थ्य को बढ़ाने का प्रयास कर रही है। योजना में समाहित हैं 18 विभिन्न पेशेवर क्षेत्रों से जुड़े लोग, जिन्हें आर्थिक सहायता और प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके लिए सरकार 13 हजार करोड़ रुपये का विशेष आउटले स्थापित करेगी। यह योजना विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करेगा।
क्या है PM Vishwakarma Yojana ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत, 18 विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा। इसके लिए, सरकार द्वारा 13 हजार करोड़ रुपये का आउटले (फंड) स्थापित किया जाएगा। मोदी ने पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े कारीगरों के साथ आमने-सामने किया है। विश्वकर्मा साथियों के लिए ट्रेनिंग-टूल्स महत्वपूर्ण होते हैं। ट्रेनिंग के दौरान, सरकार द्वारा रोज 500 रुपए का भत्ता भी प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा, टूलकिट के लिए 15 हजार का वाउचर भी प्राप्त किया जा सकता है। सरकार इसके साथ ही मार्केटिंग में भी सहायता करेगी।
कैसे मिलेगा PM Vishwakarma Yojana का लाभ
भारत मंडपम की दुनिया भर में चर्चा हो रही है। यशोभूमि भी इस चर्चा का हिस्सा है और इसमें भारत की राजधानी दिल्ली का महत्वपूर्ण स्थान है। दिल्ली के आसपास, एक ऐसा सेंटर है जो एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के साथ-साथ मेट्रो की भी सुविधा प्रदान करता है। भारत मंडपम और यशोभूमि दिल्ली को कॉन्फ्रेंस टूरिज्म का महत्वपूर्ण हब बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यहां पर विभिन्न प्रकार के पर्यटन जैसे कि एडवेंचर, मेडिकल, हैरिटेज टूरिज्म के लिए संगठनित किया जाएगा। यशोभूमि विश्व में एक ऐसा स्थान बनाएगा, जहां लोग विभिन्न कॉन्फ्रेंस, मीटिंग, एग्जीबिशन के लिए आने के लिए प्रेरित होंगे।
70 जगहों पर 70 मंत्रियों की उपस्थिति
पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के शुभारंभ के अवसर पर देशभर के 70 विभिन्न स्थानों पर 70 मंत्रियों की उपस्थिति देखी गई। यह कार्यक्रम अमित शाह गृह मंत्री के नेतृत्व में अहमदाबाद, राजनाथ सिंह गृह मंत्री के साथ लखनऊ, महेंद्र नाथ पांडे वाराणसी, स्मृति ईरानी ज्ञान मंत्री के साथ झांसी, गजेंद्र सिंह शेखावत बागीचा सचिव के साथ चेन्नई, भूपेंद्र यादव कृषि मंत्री के साथ जयपुर, नरेंद्र सिंह तोमर कृषि मंत्री के साथ भोपाल, एस जयशंकर विदेश मंत्री के साथ तिरुवनंतपुरम में मौजूद रहे। इसके अलावा, नितिन गडकरी परिवहन मंत्री के साथ नागपुर, अश्विनी वैष्णव स्वास्थ्य और कल्याण मंत्री के साथ भुवनेश्वर और अनुराग ठाकुर क्रिकेट मंत्री के साथ शिमला में मौजूद रहे।
इन 18 व्यवसायों से जुड़े लोगों को फायदा होगा
1. कारपेंटर (बढ़ई)
2. नाव बनाने वाले
3. अस्त्र बनाने वाले
4. लोहार
5. ताला बनाने वाले (मरम्मतकार)
6. हथौड़ा और टूलकिट निर्माता
6. सुनार
7. कुम्हार
8. मूर्तिकार
9. मोची
10. राज मिस्त्री
11. टोकरी, चटाई, झाड़ू बनाने वाले
12. पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले
13. नाई
14. मालाकार
16. धोबी
17. दर्जी
18. मछली का जाल बनाने वाले
3 लाख रुपए का ऋण पर 5% ब्याज दर
पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के तहत वित्त वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक लगभग 13,000 करोड़ रुपए का खर्च किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत देशभर में करीब 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को लाभ प्राप्त होगा। योजना के पहले चरण में, कामगारों को 5% ब्याज दर पर 1 लाख रुपए का ऋण प्रदान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, अगले चरण में यह राशि 2 लाख रुपए कर दी जाएगी। योजना के अन्तर्गत, कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण भी प्राप्त होगा।
PM Vishwakarma Yojana
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने भाषण में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की थी। सरकार ने छोटे कामगारों, कौशलवान लोगों की आर्थिक सहायता के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) को मंजूरी दी है। इस योजना को तीन मंत्रालयों मनोविज्ञान, कौशल विकास और वित्त मंत्रालय द्वारा मिलकर लागू किया जाएगा।