Otp Fraud: ऑनलाइन ठगों पर चलेगा सरकार का बुलडोजर! Otp Fraud करने वालों की ऐसी होगी तुरंत पहचान। सरकार और देश की जनता के लिए ओटीपी फ्रॉड की समस्या लगातार परेशानी का सबब बन रही है। ऑनलाइन फ्रॉड के चलते लाखों लोगों के अकॉउंट खाली हो चुके है। हालांकि, अब सरकार ने इसे गंभीरता से लेकर कार्रवाई की है और टेलिकॉम कंपनियों और बैंकों के साथ मिलकर एक नया समाधान प्रस्तुत किया है, जिससे ओटीपी फ्रॉड को पहचाना जा सकेगा और उसके खिलाफ कदम उठाया जा सकेगा।
मोबाइल से धन चोरी के खेल में OTP बड़ा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ग्राहक सेवा एजेंट बनकर और दोस्त बनकर OTP प्राप्त करके ऑनलाइन धोखाधड़ी को नुकसान पहुंचाया जाता है। साथ ही, कई बार SIM ब्लॉक होने, बैंक खाता बंद होने और सेवा जुड़वाने के खातिर खतरा दिखाकर केवाई अपडेट के नाम पर OTP धोखाधड़ी (Otp Fraud) की जाती है। सरकार की पूर्ण योजना हालांकि, अब इस प्रकार की सभी धोखाधड़ी बंद होंगी, क्योंकि सरकार एक पूरी योजना लेकर आ रही है, जिससे ऑनलाइन धोखाधड़ीकर्ताओं को तुरंत पकड़ा जाएगा।

Otp Fraud पर क्या बोला ग्रह मंत्रालय
गृह मंत्रालय, एसबीआई, भुगतान सेवा लिमिटेड और टेलीकॉम ऑपरेटर की टीम मिलकर एक मजबूत योजना बना रही है, जिसके अंतर्गत एक नया फॉर्मूला तैयार किया जा रहा है, जिससे धोखाधड़ी करने वालों को पकड़ना असंभव होगा। नया योजना कैसे काम करेगी, यह विशेष रूप से फोन पर ओटीपी भेजने के माध्यम से होगा। इसमें फोन पर भेजे गए ओटीपी को मौजूदा बैंक के पते और जियोलोकेशन के साथ मिलाया जाएगा। यदि दोनों स्थान सही मिलते हैं, तो ओटीपी दर्ज करने के बाद ही ऑनलाइन भुगतान किया जाएगा।
यदि दोनों स्थान सही नहीं मिलते हैं, तो उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन धोखाधड़ी के खतरे के बारे में चेतावनी दी जाएगी। उसके बाद, उपभोक्ता के निर्देशानुसार ओटीपी (Otp Fraud) को ब्लॉक किया जा सकता है। ऑनलाइन धोखाधड़ी की तेजी से बढ़ती संख्या के संबंध में, भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (i4C) के अनुसार, अप्रैल 2021 और दिसंबर 2023 के बीच लगभग 10,319 करोड़ रुपये का गबन किया गया है। इस प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी को सबसे अधिक चीन, कंबोडिया और म्यांमार से आयोजित किया गया है। 2023 के कैलेंडर वर्ष में लगभग 11 लाख शिकायतें दर्ज हुई हैं।

यह भी पढ़ें- इस Instander APK Download से बिना की चार्ज के यूज़ कर सकते है इंस्ट्रा के धमाकेदार pro फीचर्स बिलकुल फ्री
- साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए पहला कदम सतर्क रहना है। यदि आपको किसी अनजान व्यक्ति से ईमेल, संदेश या कॉल आता है और वह आपसे आपकी निजी और बैंकिंग जानकारी मांगता है, तो आपको बहुत ही सावधान रहने की आवश्यकता है।
- अपने खाते की सुरक्षा को ध्यान में रखें। मजबूत पासवर्ड चुनें और अगर संभव हो तो यूजरनेम और पासवर्ड के साथ दो-कारक अधिराज्यीकरण (2FA) का उपयोग करें। अपने ऑनलाइन खातों के पासवर्ड को नियमित रूप से बदलें और उन्हें निजी जानकारी से अलग रखें।
- इंटरनेट का सुरक्षित इस्तेमाल करें। साइबर धोखाधड़ी (Otp Fraud) से बचने के लिए सुरक्षित इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग करें। एक सुरक्षित वायरलेस नेटवर्क को ठीक से कॉन्फिगर करें और अपने डिवाइस के लिए एंटीवायरस और सिक्योरिटी सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।
- फिशिंग ईमेल्स को सतर्कता से जाँचें। किसी अनचाहे ईमेल या संदेश के संदर्भित लिंक्स या अटैचमेंट्स पर क्लिक न करें, और किसी भी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी को साझा न करें। यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

- नियमित रूप से अपडेट्स की जाँच करें। अपने ऑपरेटिंग सिस्टम, ब्राउज़र, एंटीवायरस, और सुरक्षा सॉफ़्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करें ताकि आपका डिवाइस सुरक्षित रहे।
- साइबर धोखाधड़ी की जानकारी रखें। आपको साइबर धोखाधड़ी के बारे में जागरूक रहना बहुत महत्वपूर्ण है। आप विभिन्न स्रोतों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और सरकार भी सुरक्षा दिशा-निर्देश प्रदान कर सकती है।
- वित्तीय लेन-देन में सतर्क रहें। वित्तीय लेन-देन की जानकारी केवल सुरक्षित और प्रमाणित वेबसाइट्स पर ही साझा करें और वित्तीय लेन-देन की जानकारी को निजी तौर पर सुरक्षित रखें। अपने ईमेल और मोबाइल में बैंकिंग संबंधी जानकारी लिखकर न रखें।