Dussehra:हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन/शुक्ल पक्ष की दशमी को आता है।

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Dussehra:हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन/शुक्ल पक्ष की दशमी को आता है।
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Dussehra, जिसे विजयदशमी भी कहते हैं, हिंदू धर्म का एक बड़ा और लोकप्रिय त्योहार है। यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। लोग इस दिन रावण का बुराई का प्रतीक मानकर उसकी प्रतिमा (पुतला) जलाते हैं। दशहरा राम की विजय और सत्य-धर्म की जीत का स्मरण कराता है। स्कूल-कॉलेज, बाजार और घरों में खुशियाँ होती हैं, लोग मेले लगाते हैं और एक दूसरे को बधाई देते हैं — “Happy Dussehra 2025!”

दशहरे की पौराणिक कथा

  1. राम-रावण युद्ध: राजा दशरथ के पुत्र भगवान राम ने सीता माता को रावण से छुड़ाने के लिए 14 साल का वनवास सहा। रावण ने सीता माता का अपहरण किया था। भगवान राम ने लंका पर आक्रमण किया और रावण का वध कर सीता माता को छुड़ाया। रावण का दहन और उसकी शक्ति का नाश दुष्टता पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
  2. दुर्गा-महिषासुर युद्ध: कुछ स्थानों और समुदायों में विजयदशमी माँ दुर्गा के महिषासुर वध की भी स्मृति है। नौ दिन (नवरात्रि) माँ दुर्गा की आराधना के बाद दसवें दिन विजय प्राप्त हुई थी। इसलिए नौ दिन की नवरात्रि के बाद दशमी को विजयदशमी कहते हैं।

Dussehra मनाने के तरीके

Dussehra:हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन/शुक्ल पक्ष की दशमी को आता है।
  1. पुतला दहन: सायंकाल में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाए जाते हैं। स्कूल और समाज भी परेड और मंचन करवाते हैं।
  2. रामलीला मंचन: रामायण के दृश्य बड़े मंच पर अभिनय किए जाते हैं — इन्हें रामलीला कहते हैं। सामुदायिक आयोजन इसका हिस्सा होते हैं।
  3. माँ दुर्गा की पूजा और विसर्जन: नवरात्रि में देवी की पूजा के बाद दशमी को विसर्जन भी होता है। कुछ जगहों पर देवी की प्रतिमा को नदी में विसर्जित किया जाता है।
  4. भोजन और मिठाइयाँ: घर-परिवार के साथ मिलकर खास व्यंजन बनते हैं — जैसे पूरी-सब्जी, पुलाव, हलवा, केसर का चावल, लड्डू इत्यादि।
  5. दूसरे रीति-रिवाज: कुछ जगहों पर यज्ञ, हवन और कथा-सुनवाई भी करायी जाती है।

Dussehra 2025 के लिए तैयारी कैसे करें

  • घर की साफ-सफाई और सजावट (रंगोली, फैंसी बैनर)।
  • पूजा सामग्री: धूप, दीप, फूल, मिठाई, फल, पंचामृत आदि।
  • बच्चों के लिए छोटे-छोटे क्राफ्ट: रावण के पुतले बनवाने के लिए कागज़ और लकड़ी।
  • अगर आप सार्वजनिक रावण दहन में जा रहे हैं तो पहले की योजना: पार्किंग, भीड़-भाड़, और सुरक्षा की जानकारी।
  • प्लास्टिक का कम उपयोग और पर्यावरण-मैत्री विकल्प

पर्यावरण-मित्र दशहरा — क्या करें?

  1. छोटा पुतला बनायें: बड़े-बड़े पुतलों की जगह छोटे और कम सामग्री वाले पुतले बनाएं।
  2. कागज/काठ/गोबर से बने पुतले: प्लास्टिक, पतला पॉलीथीन और रंगों में सीसा या जहरीले कैमिकल ना रखें। प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें।
  3. इको-फ्रेंडली रंगोली: रंगोली के लिए फूलों का प्रयोग करें, प्राकृतिक रंग और बेसन/आटा उपयोग करें।
  4. विसर्जन पर नियंत्रण: अगर आप किसी मूर्ति को विसर्जित करते हैं तो biodegradable सामग्री से बनी मूर्तियों का प्रयोग करें।
  5. ध्वनि और आतिशबाजी सीमित रखें: बच्चों का मनोरंजन हो पर ध्वनि प्रदूषण और पटाखों से दूरी बनाएँ।

घर की सजावट और रंगोली आइडियाज

Dussehra:हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन/शुक्ल पक्ष की दशमी को आता है।
  • दरवाज़े पर फूलों की माला : सजावट में चमक के लिए ताज़ा फूल या कपड़े की माला।
  • दीये और मोमबत्तियाँ: शाम को घर के बाहर छोटे-छोटे दीये रखें (सुरक्षित स्थान पर)।
  • रंगोली डिज़ाइन: बड़ा सूर्य, लोटस, राम का चिन्ह (राम-नाम) — बच्चों के साथ मिलकर फूलों से रंगोली बनाना मजेदार होता है।
  • कागज़-माला और कागज़-बैनर: बालकनी में रंगीन कागज़ के झंडे और बैनर लगाएँ।

दशहरा 2025 — बच्चों के लिए मजेदार गतिविधियाँ

  1. राम-लीला नाटक: बच्चों को छोटे-छोटे किरदार दें और रामायण के संक्षिप्त घटनाक्रम दिखाएँ।
  2. क्राफ्ट वर्कशॉप: रावण के छोटे पुतले, धनुष-बाण, मुकुट बनवाएँ।
  3. निबंध प्रतियोगिता: “दशहरा मेरे लिए” शीर्षक पर छोटे लेख लिखवाएँ।
  4. रंगोली प्रतियोगिता और पेंटिंग: स्थानीय समुदाय या स्कूल में छोटी प्रतियोगिता करायें।
  5. कथा-कहानी सत्र: रामायण की सरल और संशोधित कहानियाँ बच्चों को सुनायें।

दशहरा के विशेष पकवान

  1. पुष्पी पुरी और आलू की सब्जी: हल्की, स्वादिष्ट और पारंपरिक।
  2. कुशर (मीठा चावल): साधारण चावल, दूध, शक्कर, केसर और इलायची।
  3. लड्डू और हलवा: बेसन के लड्डू, सूजी का हलवा — मेहमान आने पर अच्छा विकल्प।
  4. नीम-मीठे चाट: त्यौहार के दौरान हल्का और ताज़गी भरा पराठा/चाट।

सोशल मीडिया और व्हाट्सएप के लिए शुभकामना संदेश

छोटे मैसेज

  • “Happy Dussehra 2025! आपके जीवन में हमेशा सच्चाई और अच्छाई की जीत हो।”
  • “Dussehra मुबारक! बुराई को मात मिले और आपके घर में खुशियाँ आएँ।”
  • “विजयदशमी की हार्दिक शुभकामनाएँ — सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे।”

लंबे मैसेज

Dussehra:हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन/शुक्ल पक्ष की दशमी को आता है।
  • “इस Dussehra पर हम सब प्रण लें कि अच्छाई को अपनाएंगे और दूसरों के साथ दया और ईमानदारी से पेश आएँगे। Happy Dussehra 2025!”
  • “रावण के दहन से यह सिख मिलती है कि सालों की बुराइयाँ एक दिन खत्म हो सकती हैं — उम्मीद और मेहनत कीजिए। शुभ विजयदशमी!”

दसों श्रेयस्कर शुभकामनाएँ और श्लोक/कविताएँ

छोटी कविता:
“अंधकार से निकलेँ, दीप हमारे जगाएँ,
दशहरे के दिन सब मिलकर नए पथ बनायें।
रावण के अंदर जो बुराई है उसे जला दें,
सत्य और प्रेम की मशाल हम सब साथ थाम लें।”

श्लोक
“जय श्रीराम! विजयो भवतु।”

Dussehra के दौरान सुरक्षा सुझाव

  1. भीड़-भाड़ में सावधानी: बच्चों को हाथ पकड़ा कर रखें। भीड़ में अलग ना हों।
  2. आग से दूरी: पुतले जलाने के पास खड़े होने से बचें। आग बुझाने का प्रबंध रखें (बाल्टी पानी, अग्नि निभाव सामग्री)।
  3. बाल लाइटिंग/दियों की सुरक्षा: दीये रखें ऊँचे और सुरक्षित स्थान पर ताकि बच्चों का हाथ ना लगे।
  4. पटाखों से बचें: अगर पटाखे जलाए जा रहे हैं तो दूरी बनाएँ और बच्चों को जिम्मेदार रखें।
  5. यात्रा सुरक्षित रखें: त्योहार के दिन सड़कों पर ट्रैफिक ज्यादा होता है — सुनिश्चित करें गाड़ी चलाते समय सतर्क रहें।

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