औषधीय खेती: आज के समय में पारंपरिक खेती (Traditional Farming) से किसान जैसे-तैसे अपना और अपने परिवार का गुजारा कर रहे हैं। लेकिन कुछ समझदार किसान अब औषधीय खेती (Medicinal Plant Farming) की ओर रुख कर रहे हैं और इससे लाखों का मुनाफा भी कमा रहे हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि औषधीय खेती क्या होती है, इसमें कौन-कौन सी फसलें शामिल हैं, इसकी लागत कितनी है और आप इससे कितना मुनाफा कमा सकते हैं।
➤ औषधीय खेती क्या है?
औषधीय खेती का मतलब है ऐसे पौधों की खेती करना जिनका उपयोग आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी और एलोपैथिक दवाओं में किया जाता है। इनमें तुलसी, अश्वगंधा, सर्पगंधा, एलोवेरा, सतावर, गिलोय, कालमेघ, अर्जुन, हरड़, बहेड़ा, आंवला जैसे पौधे शामिल होते हैं।
इन पौधों की डिमांड देश-विदेश दोनों जगह है। बड़ी-बड़ी आयुर्वेदिक कंपनियां जैसे पतंजलि, डाबर, हिमालया, बैद्यनाथ आदि किसानों से औषधीय फसलें खरीदती हैं।
➤ क्यों है औषधीय खेती फायदेमंद?
- अधिक मुनाफा – तुलसी या अश्वगंधा की एक एकड़ खेती से आप ₹1.5 से ₹3 लाख तक कमा सकते हैं।
- कम सिंचाई की ज़रूरत – अधिकतर औषधीय पौधों को बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है।
- सरकारी सहायता – आयुष मंत्रालय और नेशनल मेडिसिनल प्लांट बोर्ड (NMPB) औषधीय खेती पर सब्सिडी देते हैं।
- फसलों का कम रिस्क – ये पौधे कीटों और बीमारियों से कम प्रभावित होते हैं।

➤ औषधीय खेती में उगाई जाने वाली प्रमुख फसलें
पौधे का नाम | उपयोग | अनुमानित मुनाफा/एकड़ |
---|---|---|
अश्वगंधा | तनाव, थकान, रोग प्रतिरोधक | ₹1.5–2 लाख |
एलोवेरा | त्वचा, पाचन तंत्र | ₹1–1.5 लाख |
तुलसी | सर्दी-खांसी, इम्युनिटी | ₹80,000–1.2 लाख |
सर्पगंधा | उच्च रक्तचाप, अनिद्रा | ₹1.5–2 लाख |
गिलोय | इम्युनिटी, बुखार | ₹70,000–1 लाख |
➤ medicinal farming शुरू करने के लिए जरूरी बातें
- भूमि चयन: औषधीय फसलें हर प्रकार की जमीन में उग सकती हैं लेकिन दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है।
- जलवायु: औषधीय पौधों को अधिकतर गर्म और शुष्क जलवायु पसंद है।
- बीज या पौधे: NMPB से प्रमाणित बीज या नर्सरी से हेल्थी पौधे लें।
- खेती की तकनीक: जैविक खाद और सिंचाई तकनीकों का इस्तेमाल करें।
- मार्केटिंग और बिक्री: स्थानीय मंडी, आयुर्वेदिक कंपनियों और ऑनलाइन मार्केटप्लेस से संपर्क करें।
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➤ औषधीय खेती के लिए सरकारी सहायता
भारत सरकार औषधीय खेती को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है:
- नेशनल मेडिसिनल प्लांट बोर्ड (NMPB) की सहायता
- आयुष मंत्रालय की सब्सिडी
- एग्रीकल्चर इंश्योरेंस
- किसान ट्रेनिंग प्रोग्राम्स
➤ कितना हो सकता है मुनाफा ?
अगर आप 1 एकड़ जमीन पर अश्वगंधा उगाते हैं, तो लगभग ₹30,000–₹40,000 की लागत आती है। लेकिन इससे आपको ₹1.5 से ₹2 लाख तक की कमाई हो सकती है। यानी लागत से 4–5 गुना मुनाफा संभव है।
➤ कहां बेचें औषधीय फसलें?
- आयुर्वेदिक कंपनियां (जैसे डाबर, पतंजलि, बैद्यनाथ)
- फार्मास्युटिकल कंपनियां
- हर्बल उत्पाद निर्माता
- मंडी और कोल्ड स्टोरेज मार्केट
- B2B पोर्टल्स (IndiaMART, TradeIndia)
- कृषि मेलों और फार्मर मार्केट्स में
औषधीय खेती एक लाभकारी विकल्प है। अगर आप कम लागत में ज्यादा मुनाफा चाहते हैं और पारंपरिक खेती से हटकर कुछ नया करना चाहते हैं, तो औषधीय खेती आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती है।