क्या 30 सितंबर के बाद ATM से गायब हो जाएंगे ₹500 के नोट? अफवाह या सच, जानिए जमीनी हकीकत

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क्या 30 सितंबर के बाद ATM से गायब हो जाएंगे ₹500 के नोट? अफवाह या सच, जानिए जमीनी हकीकत
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ATM, RBI On 500 Rupees Notes: कई दिनों से सोशल मीडिया और कुछ खबरों में यह दावा किया जा रहा था कि जल्द ही एटीएम से 500 रुपये के नोट निकलना बंद हो जाएगा. इस अफवाह के बाद लोगों के मन में चिंता और भ्रम की स्थिति बन गई थी. लेकिन अब सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से इस पर साफ जवाब दे दिया गया है. संसद में सरकार ने इस विषय पर अपना पक्ष रखा है, जिससे स्पष्ट हो गया है कि 500 के नोट बंद नहीं हो रहे.

सरकार का क्या कहना है?

सरकार ने संसद में जानकारी दी कि रिजर्व बैंक जनता की जरूरतों के मुताबिक सभी तरह के नोटों की उपलब्धता सुनिश्चित करता रहेगा. खासकर 500 रुपये के नोट को बंद करने की कोई योजना नहीं है. इस बयान के जरिए सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस तरह की खबरें सिर्फ अफवाह हैं और इनका कोई आधार नहीं है.

क्यों फैली ये ATM अफवाह?

कुछ मीडिया रिपोर्टों और सोशल मीडिया पोस्ट्स में यह दावा किया गया था कि 30 सितंबर 2025 के बाद एटीएम से 500 रुपये के नोट नहीं निकलेंगे. इन खबरों में यह भी कहा गया कि आरबीआई छोटे नोटों को ज्यादा मात्रा में लाने की तैयारी कर रहा है, इसलिए बड़े नोट हटाए जा सकते हैं. हालांकि सरकार ने इन सभी अटकलों को खारिज कर दिया है.

क्या 30 सितंबर के बाद ATM से गायब हो जाएंगे ₹500 के नोट? अफवाह या सच, जानिए जमीनी हकीकत

RBI का बैंकों को निर्देश – क्या है असली प्लान?

आरबीआई ने बैंकों और व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटर्स को निर्देश दिया है कि वे अपने एटीएम में छोटे मूल्यवर्ग के नोटों जैसे 100 और 200 रुपये की संख्या बढ़ाएं.

  • 30 सितंबर 2025 तक एटीएम में छोटे नोटों की उपलब्धता 75 प्रतिशत तक पहुंचाई जाए.
  • 31 मार्च 2026 तक यह संख्या 90 प्रतिशत तक होनी चाहिए.

इस निर्देश का मकसद यह नहीं है कि बड़े नोटों को सिस्टम से हटाया जाए, बल्कि छोटे नोटों की उपलब्धता को बढ़ाया जाए ताकि आम जनता को रोजमर्रा की जरूरतों के लिए सही छुट्टे नोट मिल सकें.

500 रुपये के नोट को लेकर क्या बोले सरकार?

सरकार ने कहा है कि उनका उद्देश्य 500 रुपये के नोट को बंद करना बिल्कुल नहीं है. इस संबंध में संसद में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए वित्त मंत्रालय ने बताया कि इस तरह की खबरों से घबराने की जरूरत नहीं है. जनता की जरूरत के अनुसार सभी मूल्यवर्ग के नोट एटीएम और बैंकों के जरिए उपलब्ध कराए जाते रहेंगे.

यह कदम क्यों जरूरी था?

5 अगस्त 2025 को राज्यसभा के सत्र में यह मुद्दा य. वेंकट सुब्बा रेड्डी और मिलिंद देवड़ा द्वारा उठाया गया था. उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या वाकई 500 रुपये के नोट बंद किए जा रहे हैं. इससे पहले भी आरबीआई की तरफ से बैंकों को सलाह दी गई थी कि वे छोटे नोटों की उपलब्धता सुनिश्चित करें. इसका उद्देश्य है कि लोगों को लेनदेन में परेशानी न हो और सभी को सही छुट्टे नोट आसानी से मिल सकें.

फर्जी खबरों से कैसे बचें?

समय-समय पर सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलती रहती हैं, खासकर जब वित्त से जुड़े किसी बड़े बदलाव की चर्चा होती है. लेकिन जरूरी है कि हम केवल आधिकारिक स्रोतों और सरकारी बयानों पर ही भरोसा करें. आरबीआई और सरकार की तरफ से जो भी निर्देश जारी होते हैं, वही अंतिम और सही माने जाने चाहिए.

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