India internet data usage 2025: 5G विस्तार और मोबाइल ऐप्स पर सबसे अधिक समय बिताने के साथ भारत बना डिजिटल सुपरपावर। डिजिटल युग में भारत तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है। दुनिया में जहां इंटरनेट का उपयोग बढ़ रहा है, वहीं भारत ने डाटा उपभोग के मामले में नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार, भारत में प्रति व्यक्ति औसतन 32 जीबी प्रति माह डाटा का इस्तेमाल हो रहा है, जो वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है।
तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो चीन में यह आंकड़ा 29 जीबी और अमेरिका में 22 जीबी प्रति माह है। इससे स्पष्ट है कि भारतीय यूज़र्स न सिर्फ इंटरनेट का अधिक उपयोग कर रहे हैं, बल्कि वे तेजी से डिजिटल कंटेंट से जुड़ भी रहे हैं।
स्पीड में आया जबरदस्त सुधार
सिर्फ डाटा उपयोग में ही नहीं, बल्कि इंटरनेट स्पीड के क्षेत्र में भी भारत ने बड़ी छलांग लगाई है। ओकला (Ookla) की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल से जून 2025 के बीच भारत की मीडियन डाउनलोड स्पीड 136.53 Mbps रही। यह स्पीड सितंबर 2022 की तुलना में काफी बेहतर है, जब भारत की स्पीड 13.87 Mbps थी और रैंकिंग 119वें स्थान पर थी।
अब भारत 26वें पायदान पर आ पहुंचा है, जो पिछले दो वर्षों में 93 स्थानों का सुधार है। इस तेजी के पीछे सबसे बड़ा कारण है 5G नेटवर्क का तेज विस्तार, जिससे न केवल स्पीड बढ़ी है बल्कि नेटवर्क की स्थिरता में भी सुधार हुआ है।
अमेरिका से पीछे, चीन से भी निकला आगे
जब बात इंटरनेट स्पीड की तुलना की आती है तो भारत अब दिग्गज देशों की कतार में खड़ा नजर आता है। अमेरिका जहां 176.75 Mbps के साथ 13वें स्थान पर है, वहीं चीन की 207.98 Mbps की स्पीड ने उसे 8वें स्थान पर पहुंचा दिया है। हालांकि, भारत इन दोनों देशों को स्पीड के मामले में अभी पछाड़ नहीं पाया है, लेकिन जिस तेजी से 5G का विस्तार हो रहा है, वह दिन दूर नहीं जब भारत शीर्ष 10 देशों में शामिल हो जाएगा।

भारत में 5G नेटवर्क का तेज विस्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत के कुल टेलीकॉम टावरों में से 57% अब 5G टावर बन चुके हैं। मार्च 2025 तक देश में 5G सब्सक्राइबर्स की संख्या 32.6 लाख हो गई है, जो कुल वायरलेस यूजर्स का 28% है। इस बढ़ते हुए नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण ही देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी इंटरनेट की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार देखा गया है।
मोबाइल ऐप पर समय बिताने में भारतीय सबसे आगे
इंटरनेट उपयोग के बढ़ते आंकड़ों के साथ यह भी देखने को मिल रहा है कि भारतीय मोबाइल ऐप्स पर बहुत अधिक समय बिता रहे हैं। EY (Ernst & Young) की रिपोर्ट बताती है कि 2024 में भारतीयों ने औसतन 4.9 घंटे प्रतिदिन मोबाइल ऐप्स पर खर्च किए। यह आंकड़ा 2023 की तुलना में 3.1% अधिक है।
इतना ही नहीं, कुल मिलाकर देश में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर 1.1 लाख करोड़ घंटे से अधिक समय बिताया गया। यह दर्शाता है कि भारत न केवल इंटरनेट का प्रमुख उपभोक्ता है, बल्कि डिजिटल अर्थव्यवस्था का एक मजबूत स्तंभ भी बन चुका है।
दुनिया में कौन बना सबसे तेज इंटरनेट देश?
हालांकि भारत ने स्पीड में लंबी छलांग लगाई है, लेकिन कुछ छोटे देश अभी भी इस रेस में सबसे आगे हैं। यूएई (UAE) मोबाइल इंटरनेट के क्षेत्र में 539 Mbps की अविश्वसनीय स्पीड के साथ नंबर 1 स्थान पर है। वहीं सिंगापुर फिक्स्ड ब्रॉडबैंड स्पीड में 372 Mbps की गति के साथ शीर्ष पर बना हुआ है।

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डिजिटल इंडिया की सफलता की कहानी
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट हो जाता है कि डिजिटल इंडिया मिशन ने अपने लक्ष्य की ओर उल्लेखनीय प्रगति की है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों, रूरल ब्रॉडबैंड योजनाओं, और 5G इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार ने मिलकर भारत को डिजिटल युग में अग्रणी बना दिया है।
India internet data usage 2025
भारत का इंटरनेट उपयोग केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और सरकारी सेवाओं तक फैल चुका है। डाटा खपत और इंटरनेट स्पीड के यह आँकड़े बताते हैं कि भारत अब सिर्फ उपभोक्ता नहीं बल्कि डिजिटल परिवर्तन का नेतृत्व करने वाला देश बन चुका है।
यदि यही रफ्तार बनी रही तो आने वाले वर्षों में भारत दुनिया के टॉप 5 इंटरनेट स्पीड देशों में शामिल हो सकता है। 5G, AI, और डिजिटल ऐप्स का यह क्रांतिकारी मिश्रण भारत को डिजिटल विश्व शक्ति बनाने की दिशा में अग्रसर कर रहा है।







