ECI, Parliament Monsoon Session : दिल्ली में आज चुनाव आयोग के खिलाफ विपक्षी दलों का बड़ा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में विपक्षी सांसद संसद से चुनाव आयोग मुख्यालय तक मार्च कर रहे थे। उनका आरोप है कि चुनाव आयोग और सत्ताधारी दल भाजपा वोटों की चोरी कर रहे हैं और मतदाता सूची में गड़बड़ी की जा रही है।
संसद से ECI तक मार्च की कोशिश
संसद के मानसून सत्र के 16वें दिन हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। इसके बाद विपक्षी दलों के करीब 250 सांसद हाथों में “वोट बचाओ” लिखे बैनर लेकर चुनाव आयोग की ओर कूच करने लगे। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस मार्च की अनुमति नहीं ली गई थी।
राहुल-प्रियंका समेत कई नेता हिरासत में
मार्च के दौरान राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, टीएमसी सांसद सागारिका घोष और कई अन्य नेताओं को दिल्ली पुलिस ने रोककर हिरासत में ले लिया। प्रियंका गांधी ने पुलिस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार डर गई है और जनता की आवाज़ से घबरा रही है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि INDIA गठबंधन के सभी सांसदों को चुनाव आयोग से मिलने से रोका गया और हिरासत में ले लिया गया। यह लड़ाई राजनीति की नहीं, बल्कि लोकतंत्र, संविधान और ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के अधिकार को बचाने की है। उन्होंने साफ कहा कि विपक्ष और देश का हर नागरिक साफ-सुथरी मतदाता सूची की मांग करता है और यह हक वे लेकर रहेंगे।
#WATCH | Delhi: Police detains INDIA bloc MPs, including Rahul Gandhi, Priyanka Gandhi, Sanjay Raut, and Sagarika Ghose, among others, who were protesting against the SIR and staged a march from Parliament to the Election Commission of India. pic.twitter.com/9pfRxTNS49
— ANI (@ANI) August 11, 2025
दिल्ली पुलिस का बयान
नई दिल्ली के DCP देवेश कुमार महला ने बताया कि चुनाव आयोग से लगातार संपर्क में रहने के बाद एक पत्र मिला था जिसमें कहा गया कि केवल 30 लोगों का प्रतिनिधिमंडल ही ECI तक जा सकता है। लेकिन 200 से ज्यादा नेता वहां पहुंच गए, जिससे सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मद्देनजर उन्हें रोका गया। कुछ नेताओं ने बैरिकेड पार करने की कोशिश भी की।
अखिलेश यादव का बैरिकेड कूदना और महुआ मोइत्रा की तबीयत बिगड़ना
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बैरिकेड पर चढ़कर उसे पार कर लिया। वहीं, इस विरोध के दौरान तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा बेहोश हो गईं, जिसके बाद उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता दी गई।

जयराम रमेश का आरोप
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि उन्होंने एक दिन पहले ही चुनाव आयोग को पत्र भेजकर सूचित किया था कि सभी विपक्षी सांसद शांतिपूर्ण तरीके से संसद से चुनाव आयोग कार्यालय तक मार्च करेंगे और SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) को लेकर दस्तावेज सौंपेंगे। लेकिन आयोग ने पत्र का जवाब नहीं दिया और केवल 30 सांसदों को आने की अनुमति दी। जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अब ‘चुराव आयोग’ में बदल गया है और विपक्ष की आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रहा है।