AgriStack Portal: किसानों के लिए अलर्ट! अगर बेचना है धान तो पहले इस पोर्टल पर करना होगा रजिस्ट्रेशन

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AgriStack Portal: किसानों के लिए अलर्ट! अगर बेचना है धान तो पहले इस पोर्टल पर करना होगा रजिस्ट्रेशन
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AgriStack Portal: समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए अब हर किसान को एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीयन कराना अनिवार्य हो गया है, जानिए पूरी प्रक्रिया और कारण। खरीफ सीजन की शुरुआत के साथ किसानों के लिए एक नई शर्त सामने आई है। अगर आप support price पर अपनी धान की फसल बेचना चाहते हैं, तो अब आपको एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा।

यह कदम सरकार द्वारा पारदर्शी और प्रभावी कृषि व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि यह पंजीयन क्यों जरूरी है, इसका क्या लाभ है, इसमें देरी से क्या नुकसान हो सकता है, और कैसे आप आसानी से इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।


क्या है एग्रीस्टैक पोर्टल (AgriStack Portal)

एग्रीस्टैक पोर्टल एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसे किसानों की पहचान, उनकी भूमि, फसल और सरकारी योजनाओं के लाभ को ट्रैक करने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि केवल पात्र किसानों को ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।


समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए अब यह पंजीयन क्यों जरूरी

खरीफ सीजन में धान की खरीद सरकार समर्थन मूल्य पर करती है, ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके। अब राज्य सरकार ने तय किया है कि इस मूल्य पर धान बेचने के लिए किसान को एग्रीस्टैक पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कराना ही होगा।

अगर पंजीयन नहीं किया गया, तो किसान न तो अपनी धान सरकार को बेच पाएंगे और न ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसे लाभ उठा पाएंगे।

AgriStack Portal: किसानों के लिए अलर्ट! अगर बेचना है धान तो पहले इस पोर्टल पर करना होगा रजिस्ट्रेशन

एग्रीस्टैक पंजीयन के फायदे

  1. फर्जीवाड़े पर रोक
  2. सीधी सहायता
  3. फसल बीमा में पारदर्शिता
  4. ऋण की प्रक्रिया आसान
  5. भविष्य की योजनाओं में प्राथमिकता

बस्तर जैसे जिलों में क्या स्थिति है

बस्तर जिले में अब तक लगभग 65 हजार किसानों ने पंजीयन करा लिया है। लेकिन अभी भी कई किसान ऐसे हैं जो इस सुविधा से वंचित हैं।
गांवों में इंटरनेट, डिजिटल जानकारी और संसाधनों की कमी के कारण कई किसान पंजीयन नहीं करवा पा रहे हैं।

इन किसानों को अब निकटतम च्वाईस सेंटर या जन सेवा केंद्र जाकर ई-केवाईसी और एग्रीस्टैक पंजीकरण कराना होगा।


किसानों के सामने क्या चुनौतियाँ हैं

  • डिजिटल साक्षरता की कमी
  • इंटरनेट की उपलब्धता
  • भ्रम और अफवाहें

सरकार की अपील और प्रयास

कृषि विभाग द्वारा लगातार अपील की जा रही है कि किसान बिना देरी के नजदीकी च्वाईस सेंटर में जाकर पंजीयन की प्रक्रिया पूरी करें।

इसके अलावा, सरकार ई-केवाईसी ड्राइव भी चला रही है, जिससे अधिक से अधिक किसानों को इस डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा जा सके।

AgriStack Portal: किसानों के लिए अलर्ट! अगर बेचना है धान तो पहले इस पोर्टल पर करना होगा रजिस्ट्रेशन

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पंजीयन कैसे करें (स्टेप-बाय-स्टेप)

  1. निकटतम च्वाईस सेंटर जाएं
  2. अपने साथ आधार कार्ड, बैंक पासबुक और भूमि संबंधित दस्तावेज ले जाएं
  3. कर्मचारी द्वारा ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करवाई जाए
  4. इसके बाद एग्रीस्टैक पोर्टल में पंजीयन किया जाएगा
  5. आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा, जिसे भविष्य में उपयोग किया जाएगा

देरी का मतलब क्या

पंजीयन न होने पर

  • समर्थन मूल्य पर फसल की बिक्री नहीं हो पाएगी
  • प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का पैसा नहीं मिलेगा
  • सरकारी बीमा और सब्सिडी जैसी योजनाओं से बाहर हो सकते हैं

AgriStack Portal

एग्रीस्टैक पंजीयन एक जरूरी कदम है जो किसानों के हित में लिया गया है। हालांकि शुरुआत में यह प्रक्रिया थोड़ी जटिल और असुविधाजनक लग सकती है, लेकिन इसका लाभ आने वाले समय में किसानों को सीधा मिलेगा। पारदर्शिता, तेजी और फर्जीवाड़े पर रोक जैसे कई पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है।

अगर आप किसान हैं और अपनी फसल का उचित मूल्य पाना चाहते हैं, तो बिना देर किए आज ही नजदीकी सेंटर जाकर अपना पंजीयन कराएं।

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