कटरा, जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। कई जिलों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। इस खराब मौसम का असर पवित्र माता वैष्णो देवी यात्रा पर भी पड़ा है। कटरा के अर्धकुंवारी मार्ग पर भूस्खलन (Landslide) होने के बाद श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने तीर्थयात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया है।
बारिश का कहर सोमवार देर रात से जारी है और इसके कारण जम्मू क्षेत्र समेत कई इलाकों में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यात्रा स्थगित होने की वजह
श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश से सबसे पहले हिमकोटि रूट को बंद करना पड़ा। लेकिन जब मौसम में सुधार नहीं हुआ तो श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरी यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया।
श्राइन बोर्ड के प्रवक्ता ने कहा, “श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। मौसम सामान्य होते ही यात्रा फिर से शुरू कर दी जाएगी।”
अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल श्राइन बोर्ड के आधिकारिक माध्यमों से जारी सूचनाओं पर भरोसा करें।

कहाँ-कहाँ दिखा बाढ़ का खतरा?
लगातार तेज बारिश के चलते नदियों और बांधों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। रावी नदी पर बने रंजीत सागर डैम के सभी गेट खोल दिए गए हैं ताकि अतिरिक्त पानी निकाला जा सके।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि डोडा, जम्मू, कठुआ, किश्तवाड़, सांबा और उधमपुर जिलों में 27 अगस्त सुबह 5:30 बजे तक मध्यम से तेज बाढ़ की आशंका बनी हुई है। निचले इलाकों में जलभराव से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन ने लोगों को संवेदनशील क्षेत्रों में न जाने और सतर्क रहने की सलाह दी है। साथ ही आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 112 पर तुरंत संपर्क करने के निर्देश दिए हैं।
जम्मू में रेड अलर्ट, कई जगह भारी बारिश दर्ज
भारतीय मौसम विभाग ने जम्मू क्षेत्र के लिए मंगलवार (26 अगस्त) को रेड वार्निंग जारी की है। विभाग के अनुसार कई जगहों पर अत्यधिक बारिश होने की संभावना है।
- जम्मू शहर में अब तक 93 मिमी बारिश दर्ज की गई।
- सांबा जिले में 136 मिमी बारिश मापी गई।
- कठुआ (बुर्मल क्षेत्र) में 97.5 मिमी बारिश हुई।
- रियासी में 84 मिमी और
- भद्रवाह में 92 मिमी बारिश दर्ज की गई।
लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है और सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात भी प्रभावित हुआ है।
नदियां उफान पर, खतरे में बसे लोग
तेज बारिश का असर नदियों पर भी साफ दिखाई दे रहा है। चिनाब नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और यह खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है। इसके चलते आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
प्रशासन ने हालात को देखते हुए संवेदनशील जगहों पर एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीमें तैनात कर दी हैं।

श्रद्धालुओं को दी गई जरूरी हिदायतें
श्राइन बोर्ड ने माता वैष्णो देवी यात्रा पर आए श्रद्धालुओं से कुछ खास बातों का ध्यान रखने की अपील की है –
- किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें।
- केवल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट और हेल्पलाइन से जारी अपडेट को फॉलो करें।
- खराब मौसम के दौरान यात्रा शुरू न करें।
- प्रशासन और सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करें।
- सुरक्षित स्थानों पर ही रुकें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
जम्मू-कश्मीर में हालात पर प्रशासन की नजर
लगातार बारिश और भूस्खलन के चलते प्रशासन ने पूरे क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है। निचले इलाकों में रह रहे लोगों को अलर्ट जारी किया गया है और ज़रूरत पड़ने पर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। इसलिए प्रशासन ने पहले से ही सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रखा है।
यात्रा कब शुरू होगी?
अभी तक यह तय नहीं है कि वैष्णो देवी यात्रा कब से दोबारा शुरू होगी। श्राइन बोर्ड का कहना है कि मौसम सामान्य होते ही यात्रा पुनः शुरू कर दी जाएगी।
भारी बारिश, लैंडस्लाइड और नदियों के उफान को देखते हुए अनुमान है कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होने के बाद ही उन्हें दर्शन की अनुमति दी जाएगी।
कटरा में भारी तबाही
जम्मू-कश्मीर इन दिनों भारी बारिश और बाढ़ जैसी आपदा से जूझ रहा है। इसका सबसे बड़ा असर धार्मिक और पर्यटन गतिविधियों पर पड़ रहा है। कटरा से वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा स्थगित कर दी गई है, जिससे हजारों भक्त प्रभावित हुए हैं।
हालांकि प्रशासन पूरी तरह से हालात पर नज़र रखे हुए है और राहत-बचाव दल चौकन्ने हैं। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को फिलहाल धैर्य और सतर्कता बरतने की ज़रूरत है। मौसम में सुधार होते ही स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।